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ख़ामोशी भी बोलती है...

ख़ामोशी भी बोलती है... सुन पाओगे तुम.... ?? झुकी हुई पलकें.. कांपते हुए होंठ... उखड़ती हुई साँसें... बहती हुई आँखें... ठहरे हुए कदम... दबे हुए से गम... सब बोलते हैं... इन अहसासों के धागों को बुन पाओगे तुम...??? हाँ ..ख़ामोशी भी बोलती है.... सुन पाओगे तुम...???? 

ईद और तीज

लगभग हर पखवाड़े में कोई न कोई त्यौहार मनाने वाले इस देश में आज दो त्यौहारों का एक साथ शुभागमन हुआ है....एक तरफ रमजान का पाक़ महीना ख़त्म होने के बाद "ईद" है... और दूसरी ओर सौभाग्य की कामना पूर्ति करती हुई और फुलहरे की महक बिखेरती हुई "हरितालिका तीज" है...... आप सभी को दोनों पवित्र त्योहारों की हार्दिक बधाई । "धानी चूनर ओढ़ प्रकृति ने, फूलों से सिंगार किया,  बारिश की नन्ही फुहार का, अभिवादन स्वीकार लिया,  संदल से महका घर सारा, सजा फुलहरा अंगना में   ईद-तीज दोनों इक ही दिन, क्या पावन उपहार दिया ।"  ***जितेन्द्र पर मार* **