सुबह आती ही है...

दिन को रोका गया,
छीन ली गई
रौशनी की हर किरण
शाम आई, रात को लाई
रात गहराई....
और देखो, फिर सुबह आ गई...
सुबह आती ही है
देर से..अंधेर से।

Comments

  1. देर से ही सही लेकिन उजाला जरूर होता है
    बहुत सुन्दर पंक्तियाँ

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