तो क्या हुआ, कि इश्क़ में धोखे बहुत मिले तो क्या हुआ, कि ज़िन्दगी ने ठुकरा दिया तुम्हें तो क्या हुआ, कि तुमने जिसको चाहा, मिला नहीं तो क्या हुआ कि दर्द-ओ-ग़म ने बिखरा दिया तुम्हें तो क्या हुआ, कि मुश्किल में सब छोड़ रहे तुमको तो क्या हुआ, कि अपनों ने ही रुसवा किया तुम्हें तो अब जो हुआ, वो बीत गया जो गुज़र गया, वो गुज़र गया लाख समेटा था तुमने पर बिखर गया तो बिखर गया अब बंद करो सब दरवाज़े जो खींच रहे, जो रोक रहे अब सुनो नहीं उन तानों को जो खड़े राह में टोक रहे निश्चय कर लो, और निकल पड़ो अब और नहीं, अब और नहीं ग़म, तकलीफ़ें, धोखे, आँसू अब और नहीं, अब और नहीं अब करो शुरू फिर नया सफ़र क़तरे क़तरे को पी लो तुम है महज़ ज़िन्दगी एक दफ़ा हर इक लम्हे को जी लो तुम तो ख़त्म करो अब निर्भरता सब कुछ तुम हो, सब तुम में है अब मत ढूंढ़ो रब चेहरों में तुम रब में हो, रब तुम में हैं । #लव_यू_ज़िन्दगी